BAJARANG KI KENCHI | हनुमान बजरंग की कैंची | प्रयोगों की काट
यह भी एक चमत्कारी प्रयोग है जिससे मुसलमानी और तंत्र
दोनों को आसानी से काट सकते हैं इसमें कोई खतरा नहीं है | यह साधना 21 दिन की हैं अगर आप खुद नहीं कर सकते तो
किसी योग्य साधक से भी इसे करवा सकते हैं |
फजले बिस्मिल्ला रहमान,
अटल खुरसी तेज खुरान ।
घड़ी-घड़ी में निकलै बान ।
लालो लाल कमान,
राखवाले की जबान ।
खाक माता खाक पिता ।
त्रिलोकी की मिसैली ।
राजा – प्रजा पड़ैमोहिनी ।
जल देखै, थल कतरै ।
राजा इन्द्र की आसन कतरै ।
तलवार की धार कतरै ।
आकाश पाताल,
वायु – मण्डल को कतरै ।
तेंतीस कोटि देवी- देवताओं को कतरै ।
शिव – शंकर को कतरै ।
भीमसेन की गदा कतरै ।
अर्जुन को बाण कतरै ।
कृष्ण को सुदर्शन कतरै ।
सोला हंसा को कतरै ।
पेट में के बावरे को कतरै ।
दौलतपुर के डोमा को कतरै ।
ब्राह्मण के ब्रहम-राक्षस को कतरै ।
धोबी के जिन को कतरै ।
भंगी के जिन को कतरै ।
रमाने के जिन को कतरै ।
मसान के जिन को कतरै ।
मेरे नरसिंह से कतरै ।
गुरु के नरसिंह से कतरै ।
बैलातन चुड़ैल को कतरै ।
जहाँ खुरी नौ खण्ड,
बारह बंगाले की विद्या जा पहुँचे ।
अञ्जनी के पूत हनुमान |
तोहे एक लाख अस्सी हजार पीर-पैगम्बरों की
दुहाई, दुहाई, दुहाई |
हनुमान जी का पूजन कर नित्य 108 बार जप करें । 21 दिन
जप किया जाए |
21वें दिन हनुमान् जी को सिन्दूर, लंगोट, सवा सेर का रोट, नारियल अर्पित करे |
इस विद्या से अभिमन्त्रित नींबू जहाँ लटका दिया जाएगा, वहाँ किसी भी प्रकार का अभिचार, भूत-प्रेतादि नहीं
ठहर सकते | दूकान में लटकाने से धन्धा अच्छा चलेगा |
भूत-प्रेत लगे व्यक्ति को 3, 5 या 7 बार अभिमन्त्रित जल छिड़कने से, मन्त्र पढ़कर लौंग अभिमन्त्रित कर
उसे खिला दें तो उस दुष्ट करने वाली की विद्या नष्ट हो जाती है |
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