नमस्कार दोस्तों यह एक सलाम भी मंत्र है और इस मंत्र का प्रयोग अक्सर पूजा-पाठ में किया जाता है आप ध्यान देना कि क्या कभी आपके गुरु ने आपको यह शब्द बताएं हैं और जो भी भाई भक्ताई करता है वह अक्सर इन शब्दों को अपनी पूजा पाठ में शामिल करता है दुख इस बात का कि आजकल लोग भक्ताई तो करने लग गए गुरु भी बहुत हो गए लेकिन कोई भी इन्हें सही ज्ञान नहीं बताता है मैं भी शुरुआत में एक अच्छे उद्देश्य के साथ में ब्लॉग शुरू किया और यूट्यूब पर चैनल पर बनाया जिसमें आप रिकॉर्ड में देख सकते हो कि शरीर में देवी देवता आने जैसे संबंधित वीडियो और उनकी क्या क्या गतिविधियां होती हैं क्या क्या उनमें पाखंड होते हैं और किस तरह से नए भगत से गलत काम करवाए जाते हैं या उनके साथ गुरु के द्वारा ही गलत हो जाता है और ऐसे में जो भगत बन रहा होता है तो उसकी पीढ़ी और व स्वयं दुःख दुविधाओं और परेशानियों से घिरा रहता है तो यह एक मेरा प्रयास है कि मैं आप लोगों को वह उस शब्द से भी परिचित करवाओ जो की अक्सर पूजा में शामिल किया जाता है यहां जो भी भाई या बहन भगत या भक्ताईन बनती है तो उसे गुरु के द्वारा पूजा पाठ के तौर तरीके में कुछ विशेष बात सिखाई जाती है| जैसा कि मैंने पहले भी बताया था की एक साधारण इंसान अपने घर में बने मंदिर में धूप दीप अगरबत्ती पूजा-अर्चना जो भी करता हो तो वह अपने साधारण तौर तरीके से करता है लेकिन जब बात आती है कि आप में किसी देवी देवता या पितृ की सवारी आती है तो ऐसे में आपको आपके होने वाले गुरु पूजा में जरूर बदलाव करवाते हैं और पूजा के दौरान बोले जाने वाले शब्दों का जरूर ज्ञान करवाते हैं तो यहां पर मैं आप लोगों के लिए उन भक्तों की लिए वह पूजा के शब्द बता रहा हूं जो कि जाहरवीर गोगा जी, नीली घोड़ी वाले, बागड़ वीर, को मानते हैं या वे उनके कुल देवता है या उनकी उसमें आस्था है अथवा जाहरवीर गोगा जी की सवारी उनमे आती है | तो आपके सामने यह है वह शब्द जो कि मैंने अभी पूरा नहीं लिखा है सिर्फ कुछ लाइनें ही मैंने उसमें हटाई है ताकि आपको यह ज्ञान हो सके कि ऐसा भी शब्द होता है जो की पूजा में पूजा के दौरान कहा जाता है और आप में आने वाले शक्ति कोई भी देवी देवता या पिक्चर तो वह इससे खुश होते हैं और आप पर असीम कृपा बनाए रखते हैं और साथ ही आपसे साथ ही आपको होने वाले किसी भी प्रकार की बाधा यह धोखे से वे स्वयं बचा कर रखते हैं और इसीलिए आजकल गुरु लोग इन शब्दों को नहीं बताते हैं और अभी तक जो भी भाई या भगत हम से जुड़ा है शाबर मंत्र दीक्षा जिन्होंने प्राप्त की है तो उन्हें हम हर बारीक से बारीक बात विशेष मंत्र वह साधना करवाते रहते हैं चाहे उनके पहले कितनी ही गुरु रह चुके |
ॐ नमो आदेश गुरु को आदेश
धरती माता को सलाम
पिता आकास को सलाम
पवन-पानी को सलाम
चाँद सूरज को सलाम
तारा मंडल को सलाम
गुरु गोरख को सलाम
नव नाथा को सलाम
चौरास्सी सिद्धो को सलाम
गढ़ ददरेवा को सलाम
दादे उमर को सलाम
पिता जेवर को सलाम
माता बाच्छल को सलाम
रानी सरियल को सलाम
जोड़ भायो को सलाम
धौली देवी को सलाम
लम्बे ध्वज को सलाम
नीले घोड़े को सलाम
नगरकोट वाली को सलाम
..........भगत को सलाम
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