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शुक्रवार, 3 नवंबर 2023

Kamalgatta Maa Laxmi Prayog on Deepawali

कमल गट्टा : देवी कमला का वास

हिन्दू धर्म में धन प्राप्ति के लिए कई तांत्रिक वस्तुओं का उपयोग किया जाता है। जिसके माध्यम से धन और धान्य की प्राप्ति होती है। उन्ही में से एक है कमल गट्टा की माला। कहते है कि कमल के पांचों अंगों में देवी कमला का वास होता है। देवी कमला को कमल का हर एक अंग प्रिय है लेकिन इन्हें सर्वाधिक प्रिय है कमल का बीज अर्थात कमल गट्टा। यह बाजार में आसानी से मिल जाते हैं। किन्तु ये लगभग खंडित अवस्था मे रहते है । मंत्र जाप के लिए इसकी माला भी बनती है। किन्तु माला अखंडित होनी चाहिए।

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार भारतीय धार्मिक शास्त्रों में लक्ष्मी को अत्यधिक महत्व दिया गया है। वेद और पुराण इनकी गाथा गाते नहीं थकते। यही संपूर्ण संसार का पालनपोषण कर व्यक्ति के कर्म का निचोड़ धन के रूप में करती हैं। संपूर्ण संसार लक्ष्मी के अभाव में अर्थ विहीन है। मात्र लक्ष्मी ही अर्थ, काम, सुख, वैभव और संपन्नता प्रदान करती हैं।

 

Kamalgatta Maa Laxmi Prayog on Deepawali

पदमा धन की मूल देवी

इन्हीं के कारण भगवान विष्णु अति वैभवशील हैं। लक्ष्मी के विभिन्न स्वरूपों में से महालक्ष्मी का पदमा स्वरूप सर्वाधिक महत्वपूर्ण है। पदमा ही धन की मूल देवी हैं। जिनका निवास पदम् वन में होता है। शब्द पदमा पदम् से बना है जिसका अर्थ होता है कमल इसी कारण देवी लक्ष्मी को महाविद्या कमला बुलाया गया है।

 

कमल के फूल का हिन्दू धर्म में बहुत महत्व है। कमल पुष्प के बीजों की माला को कमल गट्टे की माला कहा जाता है। चंदन, तुलसी और कमलगट्टे तीनों में कमलगट्टे की माला घर में अवश्य रखना चाहिए। आओ जानते हैं इसके 7 प्रयोग और उसके फायदे।

 

 1.माता लक्ष्मी की उपासना के लिए कमल गट्टे की माला शुभ मानी गई है। इसको धारण करने से लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है। इसके अलावा भुने हुए कमल के बीज या मखाने की खीर बनाकर मां लक्ष्मी को अर्पित करने से मां लक्ष्मी की कृपा हमेशा बनी रहती हैं।

2.इस माला को धारण करने वाला शत्रुओं पर विजयी होता है। शत्रु सामने टिक नही सकते

3. इस माला से कालीका माता की पूजा करने से वह जल्दी प्रसन्न होती है। मां काली की उपासना के लिए काली हल्दी अथवा कमल की माला का प्रयोग करना चाहिए।

4.तुलसी के बीज से या कमल के बीज से बनी माला से जप किया जाता है। इसे पूजाघर में रखना चाहिए और जब भी आप इस माला को फेरते हुए अपने इष्टदेव का 108 बार नाम लेंगे तो इससे घर और मन में सकारात्मक वातावरण और भावों का संचार होगा।

5. अक्षय तृतीया, दीपावली, अक्षय नवमी के दिन इस माला से कनकधारा स्तोत्र का जप करने वाले को धनलाभ के अवसर मिलते रहते हैं।

6.कमलगट्टे के 108 बीज को घी में भिगोकर उसकी 108 बार आहुति देने से गरीबी मिट जाती है एवं अपार धन की प्राप्ति होति है। कुछ लोग लगातार 21 दिन तक ऐसा करते हैं। कुछ लोग इसमें शहद मिलाकर भी हवन करते हैं।

7 किसी दुकान, ऑफिस या प्रतिष्ठान में कमलगट्टे की माला बिछाकर उसके ऊपर मां लक्ष्मी का चित्र रखकर पूजा करने से व्यापार में दिनरात तरक्की होती हैं।

नोट: कमलगट्टे की माला धारण करने के लिए शुक्रवार के दिन प्रात: स्नान करने के बाद 108 बार ''ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नमः" का जाप करें और फिर इस माला को धारण करें।

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